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Showing posts from October, 2011

हरियाणा रोडवेज व प्राइवेट बस

हरियाणा रोडवेज व प्राइवेट बस में आमने सामने की टक्करमें आज कैथल के हिसार - चंडीगड़ हाई वे पर डेरा सच्चा सोद्दा के नजदीक करीब दोनों बसों के ४० यात्री घयल हो गए है , बस में सवार यात्रियों का कहना है की दुर्घटना प्राइवेट बस चालक द्वारा एक अन्य वाहन को overtake करने के कारण हुई है , जिसमे सामने से आ रही रोडवेज की बस प्राइवेट बस से जा टकराई ! आसपास के लोगो ने तुरंत घायलों को कैथल के सरकारी हस्पताल पहुँचाने में मद्दद की ! कैथल में आज डेरा सच्चा सोद्दा के नजदीक हिसार - चंडीगड़ हाई वे पर हरियाणा रोडवेज व प्राइवेट बस में आमने सामने की टक्करहो गयी जिसमे दोनों बसों में सवार करीब ४० यात्रियों को चोटें आई है , जिनमे ८ लोगो को गंभीर चोटें आई है , इस दुर्घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है , बस में सवार यात्रियों का कहना है की दुर्घटना प्राइवेट बस चालक द्वारा एक अन्य वाहन को overtake करने के कारण हुई है , जिसमे सामने से आ रही रोडवेज की बस प्राइवेट बस से जा टकराई !

शिया मुस्लिम

150201980.. Shia [By Syed Iqbal Husain Rizvi] www.shia?e?ali.com [2011] Shia Islam hia Islam is the second largest denomination of Islam, after Sunni Islam. The followers of Shia Islam are called Shi'ites or Shias. "Shia" is the short form of the historic phrase Sh?’atu Al?, meaning "followers of Ali", "faction of Ali", or "party of Ali" Similar to other schools of thought in Islam, Shia Islam is based on the teachings of the Islamic holy book, the Qur?n and the message of the final prophet of Islam, Muhammad. In contrast to other schools of thought, Shia Islam holds that Muhammad's family, the Ahl al-Bayt ("the People of the House"), and certain individuals among his descendants, who are known as Imams, have special spiritual and political authority over the community. Shia Muslims further believe that Ali, Muhammad's cousin and son-in-law, was the first of these Imams and was the rightful successor to Muhammad and thus rej...

किसी ने कहा

समाजनिष्ठा का विकास करें स्वयं क्रियाकुशल और सक्षम होने के बावजूद भी कितने ही व्यक्ति अन्य औरों से तालमेल न बिठा पाने के कारण अपनी प्रतिभा का लाभ समाज को नहीं दे पाते । उदाहरण के लिए फुटबाल का कोई खिलाड़ी अपने खेल में इतना पारंगत है कि वह घण्टों गेंद को जमीन पर न गिरने दे परन्तु यह भी हो सकता है कि टीम के साथ खेलने पर अन्य खिलाड़ियों से तालमेल न बिठा पाने के कारण वह साधारण स्तर का भी न खेल सके । अक्सर संगठनों में यह भी होता है कि कोई व्यक्ति अकेले तो कोई जिम्मेदारी आसानी से निभा लेते हैं, किन्तु उनके साथ दो चार व्यक्तियों को और जोड़ दिया जाए तथा कोई बड़ा काम सौंप दिया तो वे जिम्मेदारी से कतराने लगते हैं । कुछ व्यक्तियों को यदि किसी कार्य की जिम्मेदारी सौंप दी जाय तो हर व्यक्ति यह सोचकर अपने दायित्व से उपराम होने लगता है कि दूसरे लोग इसे पूरा कर लेगें । बौद्ध साहित्य में सामूहिक जिम्मेदारी के अभाव का एक अच्छा प्रसंग आता है । किसी प्रदेश के राजा ने कोई धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए राजधानी के निवासियों को निर्देश दिया कि सभी लोग मिलकर नगर के बाहर तैयार किए गए हौज में एक-एक लोटा दूध डालें ...

दिपावली मुबारक

हर साल की तरह इस साल भी आपकी दिवाली पिछली दिवालियों से बेहतर हो.. मां लक्षमी हम सब पर अपनी कृप्या बनाये रखें और मां सरस्वती भी हम से खुश रहें...उम्मीद करता हूं अगले साल भी दिवाली की मुबारक मैं आपको दूं... धन्यवाद

मुतुअल फुंद SELECTION

. Before you begin looking for the best mutual funds, you'll need a good tool to help you do the research. You can find and use all of the basic mutual fund selection criteria with Morningstar's Fund Screener. This fund screener is free if you sign up for their basic membership. Use the Appropriate Benchmark for Measuring Performance To choose the best mutual funds, you'll need to know how to judge performance. Compare each fund's historical returns to an appropriate benchmark, such as the fund's relative category average or an index. For example, performance for most stock mutual funds is compared to the S&P 500 Index. Keep in mind that mutual funds are best used for long-term investing (more than 3 years). Therefore put the heaviest weight in your selection criteria on the 5-year return. Also look at the 10-year return if the fund has been around that long. If the fund outperforms the benchmark for the 5-year returns, keep it on your radar. Otherwise remove it...

कर्मफल भी किश्तों में

कर्मफल भी किश्तों में बाजारू व्यवहार नकद लेन-देन के आधार पर चलता है । 'इस हाथ दे, इस हाथ ले' का नियम बनाकर ही छोटे दुकानदार अपना काम चलाते हैं । 'आज नकद, कल उधार' के बोर्ड कई दुकानों पर लगे होते हैं । इतने पर भी यह नियम अकाट्‌य और अनिवार्य नहीं है। सर्वदा ऐसा ही होता हो, सो बात भी नहीं है। बैंक पूरी तरह उधार देने-लेने पर ही अवलम्बित हैं । बैंक कर्ज भी देता है और उसे किश्तों में चुकाने की सुविधा भी । उपरोक्त दोनों व्यवहारों के उदाहरण जीवन में अपनाई गई गतिविधियों के परिणाम उपलब्ध करने के सम्बन्ध में लागू होते हैं । ठीक यही प्रक्रिया मनुष्य शरीर में प्रवेश करने के उपरान्त भी किए गए दुष्कर्मों के सम्बंध में है । उनका सारा प्रतिफल तत्काल नहीं मिलता । यदि मिलने लगे, तो उसी दबाव में जीव दबा रह जाएगा । जीवनक्रम चलाने के लिए या प्रगति की व्यवस्था करने के लिए कोई अवसर ही हाथ न रहेगा, दण्ड की प्रताड़ना से ही कचूमर निकल जाएगा । कर्मफल का अवश्यम्भावी परिणाम चट्‌टान की तरह अटल है, पर उनके सम्बन्ध में यही नियति निर्धारण है कि यह उपलब्धि किश्तों में हो । जिसने दुष्कंर्म किए ह...

पाकिस्तानी अगेंट

पंजाब के फरीदकोट में पुलिस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आई एस आई के लिए काम करने वाले दो एजेंटों को ग्रिफ्तार कीया है, पुलिस को इनसे काफी एहम दस्तावेज भी बरामद हुए हैं, ये दोनों पिशले करीब बीस वर्ष से आर्मी के कैंट में ही नौकरी कर रहे थे, पुलिस को इनसे और भी कई एहम खुलासे होने की उम्मीद है | फरीदकोट में पुलिस ने भोला सिंह और लेलु राम नाम के दो लोगों को ग्रिफ्तार कर इनके आई एस आई के एजेंट होने का दावा कीया है, पुलिस के मुताबिक ये दोनों पिशले करीब बीस वर्ष से आर्मी के कैंट में ही नौकरी कर रहे थे, भोला सिंह कारपेंटर था जबके लेलु राम प्लंबर था, अपने इसी काम की वजह से दोनों आर्मी के पूरे कैंट में कहीं भी आ जा सकते थे,बस इसी का फाईदा उठा यह लोग आर्मी की जासूसी करते रहे और पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को फ़ौज की सारी खुफिया जानकारी देते रहे, पुलिस को इनके पास से आर्मी के कई अहम् दस्तावेज, आर्मी के नक़्शे, और कुश किताबें भी मिली हैं | पुलिस के मुताबिक ये लोग पिशले काफी समय से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आई एस आई से जुड़े हुए थे, लगातार फोन पर ये लोग अपने पाकिस्तानी आकाओं के संपर्क में रहते थे, ...

मोदी रेफुसेमुस्लिम कैप

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modi refusing muslim cap topi se parhaiz..

क्या आपके पास है..

ह्रदय राम का बल रावण का साहस हनुमान का प्रेम लक्षमण का मार्ग विभिषण का त्याग सीता का इनमे से आपके पास क्या है.?

किसी ने कहा-9

तैरना सीखने के लिए तालाब चाहिए । निशाना साधने के लिए बंदूक, पढऩे के लिए पुस्तक चाहिए और वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए प्रयोगशाला । यों अपनी आस्थाएँ, मान्यताएँ एकाकी भी बनाई, बदली जा सकती हैं । पर वे खरी उतरी कि नहीं, परिपक्व हुई कि नहीं, इसका परीक्षण भी होना चाहिए । इसके लिए उपयुक्त कसौटी परिवार ही हो सकता है । फिर वह ईश्वर का सींचा हुआ एक बगीचा भी है । उसे भी कर्मठ और कुशल माली की तरह सम्भाला सॅंजोया जाना है ।