हमारा तराना- (THEATRE ARTISTE OF INDIA ) ANTHEM
हमारा तराना रंगकर्मी हैं हम सच की आवाज़ हैं एक ज़ब्बा मगर कितने अंदाज़ हैं जोश में भी कभी होश खोते नहीं दूसरों के लिए ख़ार बोते नहीं इतनी हिम्मत की धरती पर लायें गगन हौसला इतना की हर सू लगा दें अगन कोई समझा नहीं हम वहीं साज़ हैं रंगकर्मी हैं हम सच की आवाज़ हैं एक ज़ब्बा मगर कितने अंदाज़ हैं धूप में भी कभी छांव ढ़ूढ़ी नहीं रोशनी और की हमने लूटी नहीं जो डगर मिल गई उस पर चलते रहे एक इरादा लिए आगे बढते रहे हम ही अंजाम हैं हम ही आगाज़ है रंगकर्मी हैं हम सच की आवाज़ हैं एक ज़ब्बा मगर कितने अंदाज़ हैं ........................ANU RIZVI