जल्द वापसी होगी...

जल्द वापसी होगी...
अभी दफ्तर से छुट्टी ले ली है ..कहीं घूमना ,रिशतेदारी निभाना, आराम.सोना ,,इस लिये लिखना थोडे दिनो के लिये रोक रखा है ..चुनाव में भी व्यस्त है नये कार्यक्रम की योजनाये है ..पर आप के लिये कुछ ढूढ कर लाये हैं....

नसीबों में लिखी जिनके लिये तनहांइयां होगीं।
गुलाबो के नगर में ऐसी भी कुछ तितलियां होगी।।
मेरा टूटा हुआ दिल भी वहीं मिल जायेगा तुमको ।
जहां बिखरी हुई फूलों की टूटी पत्तियां होगीं।।
मेरे दिल में उतर आओ तो मोती ले के जाओगे ।
समन्दर के किनारे खाली सीपियां होगी।.
किसी आवाज़ पर ठेहरे तो हो जाओगे पत्थर के ।
कि इस जंगल के चारों ओर जादूगरनियां होगी ।।
यहां तक जिन्दगी के रास्ते विरान थे लेकिन।
अब इसके बाद सुनते हैं कि कुछ आबादियां होगीं ।.
बिखरते टूटते रिश्तों की इक लम्बी कहानी है ।
किसी को क्यों कोई इल्ज़ाम दे ..मजबूरियां होगीं..।।
यहां किससे तव्वको किजिये शीरी बयानी की ।
सभी के दामनो में नीम की कुछ पत्तिया होगीं ।।
हमारा दिल तो जलकर राख कब का हो चुका शान ।
मगर इस राख में अब भी कई चिनगारियां होगी ।।

....................... जल्द मुलाकात होगी........

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बहुत अच्छा लगा पढ़कर ...वक़्त मिलने पर यूँ ही लिखते रहे

मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति

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