जयाप्रदा की नंगी तस्वीर ..
जयाप्रदा की नंगी तस्वीर ..
अब तो हद हो गई ..नया समाजवाद और नई समाजवादी पार्टी... पिछले कुछ वक्त से रामपुर में अमर आज़म और मुलायम की शब्दों की जंग चल रही थी ... मुलायम बीच बचाव करते दिख रहे थे ...
दोनो के कई बयान आये..आज़म खान ने अमरसिंह को दलाल कहा फिर कुछ दिन के बाद जयाप्रदा का दलाल कहा...
जया की आंखों में आसू आये और अमर ने कहा वो किसी आज़म खान को नहीं जानते ..चुनाव की तारीख़ पास आती गई और लड़ाई आगे बढ़ती गई ...
बोलचाल की बोली ..गंदे शब्दों पर पहुच गई ..हर आदमी एक दूसरे पर किचड़ उछालने लगा..
मुबंई से अबू आज़मी आये उन पर भी हमला हो गया..बाण पर बाण .हर बार.समाजवाद तार –तार हो रहा था ..रामपुर जो सभ्यता का गढ़ कहा जाता है वहां की इज़्जत हर तऱफ उछल रही थी ..
आखिर में मुलायम ने आज़म को नोटिस दे दिया –13 के बाद फैसला होगा .. आज़म भी खुल कर बोले अपने सारे समर्थकों से की नूरबानो कांग्रेस की उम्मीदवार को वोट दे...
अमर ने भी आखिरी तीर फेंका कहा अगर जया नहीं जीतेगी तो खुदकुशी कर लेगीं...
फिर बारी थी जयाप्रदा की ..कहतें है हर एकशन फिल्म में सेक्स न हो तो मज़ा नहीं आता फिल्म अधूरी सी लगती है ..इसलिये जया अपनी फिल्म को पूरी तरह कामयाब करना चाहती थी ..
रामपुर की सरज़मीन को गवाह बनाते हुये उन्होने आचारसंहिता के दिये वक्त के अंदर अपने आखिरी संवाद बोले... कहा मेरी अशलील तस्वीरें बांटी जा रही है गंदी फिल्म दिखाई जा रही है..
और आप यकीन किजिये इस बयान के एक घण्टे के बाद सारी मीडिया के पास जया प्रदा की वो तस्वीरे थी ..
अब ये तस्वीरे कौन बांट रहा है ये सीडी कौन बनवा रहा है ..अमरसिंह के अलावा औरतों और सीड़ी से किस को प्यार है कौन इतना हाईटेक समाजवादी है ..कौन है जिसने आम आदमी के समाजवाद को सितारों और पैसों का समाजवाद बना दिया है जो हर घटना के बाद एक सीडी पेश कर देता है .चाहे संजयदत्त द्वारा भारद्वाज की हो या फिर नोट लेन देन की ..और फिर जया खुद जिस्म की नुमाइश के लिये तैयार हों तो किसे क्या हर्ज होगा...
लोहिया का समाजवाद आज ब्लूफिल्म का समाजवाद हो गया वहा रे मुलायम अब तो आंखें खुलों..
अब तो हद हो गई ..नया समाजवाद और नई समाजवादी पार्टी... पिछले कुछ वक्त से रामपुर में अमर आज़म और मुलायम की शब्दों की जंग चल रही थी ... मुलायम बीच बचाव करते दिख रहे थे ...
दोनो के कई बयान आये..आज़म खान ने अमरसिंह को दलाल कहा फिर कुछ दिन के बाद जयाप्रदा का दलाल कहा...
जया की आंखों में आसू आये और अमर ने कहा वो किसी आज़म खान को नहीं जानते ..चुनाव की तारीख़ पास आती गई और लड़ाई आगे बढ़ती गई ...
बोलचाल की बोली ..गंदे शब्दों पर पहुच गई ..हर आदमी एक दूसरे पर किचड़ उछालने लगा..
मुबंई से अबू आज़मी आये उन पर भी हमला हो गया..बाण पर बाण .हर बार.समाजवाद तार –तार हो रहा था ..रामपुर जो सभ्यता का गढ़ कहा जाता है वहां की इज़्जत हर तऱफ उछल रही थी ..
आखिर में मुलायम ने आज़म को नोटिस दे दिया –13 के बाद फैसला होगा .. आज़म भी खुल कर बोले अपने सारे समर्थकों से की नूरबानो कांग्रेस की उम्मीदवार को वोट दे...
अमर ने भी आखिरी तीर फेंका कहा अगर जया नहीं जीतेगी तो खुदकुशी कर लेगीं...
फिर बारी थी जयाप्रदा की ..कहतें है हर एकशन फिल्म में सेक्स न हो तो मज़ा नहीं आता फिल्म अधूरी सी लगती है ..इसलिये जया अपनी फिल्म को पूरी तरह कामयाब करना चाहती थी ..
रामपुर की सरज़मीन को गवाह बनाते हुये उन्होने आचारसंहिता के दिये वक्त के अंदर अपने आखिरी संवाद बोले... कहा मेरी अशलील तस्वीरें बांटी जा रही है गंदी फिल्म दिखाई जा रही है..
और आप यकीन किजिये इस बयान के एक घण्टे के बाद सारी मीडिया के पास जया प्रदा की वो तस्वीरे थी ..
अब ये तस्वीरे कौन बांट रहा है ये सीडी कौन बनवा रहा है ..अमरसिंह के अलावा औरतों और सीड़ी से किस को प्यार है कौन इतना हाईटेक समाजवादी है ..कौन है जिसने आम आदमी के समाजवाद को सितारों और पैसों का समाजवाद बना दिया है जो हर घटना के बाद एक सीडी पेश कर देता है .चाहे संजयदत्त द्वारा भारद्वाज की हो या फिर नोट लेन देन की ..और फिर जया खुद जिस्म की नुमाइश के लिये तैयार हों तो किसे क्या हर्ज होगा...
लोहिया का समाजवाद आज ब्लूफिल्म का समाजवाद हो गया वहा रे मुलायम अब तो आंखें खुलों..
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वो तस्वीर कहाँ है भाई ?