टीवी चैनलों से इतनी बड़ी गलती ..
टीवी चैनलों से इतनी बड़ी गलती ..
कानून के हिदायत आने के बाद भी टीवी चैनलों पर इसका कोई असर नहीं हुआ ।सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी आ गया कि आप कोई ऐसी तस्वीर या फूटेज नहीं दिखायेगे जिससे लोगों में भय हो..खौफ पैदा हो..लेकिन आज जब से प्रभाकरण की तस्वीर श्रीलंका सरकार ने जैसे पेश की वैसे ही हिन्दुस्तान के टीवी चैनल ने दिखा दी ..।टीवी में एक इफैक्ट होता है बिलर जिससे तस्वीर को धुंधला कर दिया जाता है ..और ऐसी तस्वीरों पर इस्तमाल करने के लिये होता । पर हमारे चैनल अपनी तेज़ी सच्ची तस्वीर,संजीदगी,सबसे पहले,24x7..और भी तरह तरह के वादे करने वाले भूल गये सारी हदें..साफ-साफ उसकी लाश को दिखाया जाता रहा पूरे दिन। किसी ने उसकी खुली हुई आंखें कितनी खतरनाक लग रही थी उसकी खोपड़ी में छेद कितना डरावना दिख रहा था इसपर ध्यान ही नहीं दिया और ये टीआरपी के चक्कर मे सब भूल गये...
शयाद हमारे चैनल ज्यादतर हिन्दी भाषा के लोगो देखते हैं ..और दक्षिण भारत को हमारे चैनल से कोई टीआरपी नहीं आती ..इसलिये उनसे जूडे हुये लोगों को हम दिखा सकते हैं..क्या टीवी चैनल को इसका एहसास होगा ।या जो एजेंसी इसपर नज़र रखेगी वो चैनलों को नोटिस भेजी गी..पता नही चुनाव की साफ साफ तस्वीर दिखाते दिखाते हम को क्या दिखाना है और कैसे दिखाना चाहिये सब बराबर कर दिया। दूसरों को नसीयत देने वालों को नसीयत की ज्यादा ज़रूरत है ।।
कानून के हिदायत आने के बाद भी टीवी चैनलों पर इसका कोई असर नहीं हुआ ।सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी आ गया कि आप कोई ऐसी तस्वीर या फूटेज नहीं दिखायेगे जिससे लोगों में भय हो..खौफ पैदा हो..लेकिन आज जब से प्रभाकरण की तस्वीर श्रीलंका सरकार ने जैसे पेश की वैसे ही हिन्दुस्तान के टीवी चैनल ने दिखा दी ..।टीवी में एक इफैक्ट होता है बिलर जिससे तस्वीर को धुंधला कर दिया जाता है ..और ऐसी तस्वीरों पर इस्तमाल करने के लिये होता । पर हमारे चैनल अपनी तेज़ी सच्ची तस्वीर,संजीदगी,सबसे पहले,24x7..और भी तरह तरह के वादे करने वाले भूल गये सारी हदें..साफ-साफ उसकी लाश को दिखाया जाता रहा पूरे दिन। किसी ने उसकी खुली हुई आंखें कितनी खतरनाक लग रही थी उसकी खोपड़ी में छेद कितना डरावना दिख रहा था इसपर ध्यान ही नहीं दिया और ये टीआरपी के चक्कर मे सब भूल गये...
शयाद हमारे चैनल ज्यादतर हिन्दी भाषा के लोगो देखते हैं ..और दक्षिण भारत को हमारे चैनल से कोई टीआरपी नहीं आती ..इसलिये उनसे जूडे हुये लोगों को हम दिखा सकते हैं..क्या टीवी चैनल को इसका एहसास होगा ।या जो एजेंसी इसपर नज़र रखेगी वो चैनलों को नोटिस भेजी गी..पता नही चुनाव की साफ साफ तस्वीर दिखाते दिखाते हम को क्या दिखाना है और कैसे दिखाना चाहिये सब बराबर कर दिया। दूसरों को नसीयत देने वालों को नसीयत की ज्यादा ज़रूरत है ।।
Comments