RKB SHOW
RKB SHOW
काफी दिनों से टीवी में वो ही घिसे पिटे चेहरे शब्दों की कमी..विष्य का ज्ञान नहीं क्या बोलना है कितना बोलना है और किस से क्या कहना और उससे क्या कहलाना है कुछ पता नहीं पर अपने जुगाड़ से सबकी टीवी में आने की तमन्ना पूरी हो रही है।
पर एक दिन अपने कमरे में बैठा कुछ लिख रहा था तभी अचानक जानी पहचानी एक अच्छी आवाज़ और उमंदा शब्द कानो में गए...रुक नहीं पाया तुरंत टीवी के पास पहुच गया ..देखा तो राजीव कुवंर बजाज लेमन टीवी में मौजूद थे ..अपने पुराने शो आरकेबी लेकर ..जब आरकेबी सहारा समय एनसीआर में आता था उस दौर में चैनल की रेटींग अच्छी रहती थी खैर अच्छा शो रेटिंग नही कंटेंट से जाना जाता और इसमें कोई दो राय नही की राजीव के पास इसकी कोई कमी नहीं..
नए लोग जो पत्रकारिता में आना चाहते हैं और ख़ासकर वो जो कैमरे के सामने अपने को देखना चाहते हैं उन लोगो को ये शो ज़रूर देखना चाहिए..खबरों की समझ और सबसे बड़ी बात ख़बर है क्या इसकी समझ जो आपको इस शो में मिले गी..
राजीव का लुक टीवी के लिये है ये कहना ग़लत नही होगा लुक के साथ टीवी में आपका अंदाज़ बहुत मायने रखता है ..इसमे बजाज को पूरे नम्बर मिलते हैं..
फिर जिस तरह वो खबर को उठाते हैं और एक मुकाम तक ले जाते है वो काबिले तारीफ है..टीवी में जब कोई खबरिया चैनल लगाता है तो खबर और पूरी खबर को जानना चाहता है ...जो आजकल उसे कोई चैनल परोस नही पा रहा ..राजीव शो को अच्छी तरह कैरी करते हैं...
पर प्रोडक्शन की तरफ शो में काफी कमी थी ..जो शायद वक्त के साथ सुधार ले ..नहीं तो जुड़ने वाले दर्शक नही जुड पाएगें.. हम दुआ करते है कि उबाऊ खबरों को खत्म करके टीवी में एक क्राति लाने के लिए कैसी खबरे लाई जाए और उन्हे कैसे पेश किया जाये इसके लिए आरकेबी शो आने वाले दिनों में ज़रूर माइल स्टोन बनेगा....हम राजीव और उनकी टीम को बधाई देते हैं...
काफी दिनों से टीवी में वो ही घिसे पिटे चेहरे शब्दों की कमी..विष्य का ज्ञान नहीं क्या बोलना है कितना बोलना है और किस से क्या कहना और उससे क्या कहलाना है कुछ पता नहीं पर अपने जुगाड़ से सबकी टीवी में आने की तमन्ना पूरी हो रही है।
पर एक दिन अपने कमरे में बैठा कुछ लिख रहा था तभी अचानक जानी पहचानी एक अच्छी आवाज़ और उमंदा शब्द कानो में गए...रुक नहीं पाया तुरंत टीवी के पास पहुच गया ..देखा तो राजीव कुवंर बजाज लेमन टीवी में मौजूद थे ..अपने पुराने शो आरकेबी लेकर ..जब आरकेबी सहारा समय एनसीआर में आता था उस दौर में चैनल की रेटींग अच्छी रहती थी खैर अच्छा शो रेटिंग नही कंटेंट से जाना जाता और इसमें कोई दो राय नही की राजीव के पास इसकी कोई कमी नहीं..
नए लोग जो पत्रकारिता में आना चाहते हैं और ख़ासकर वो जो कैमरे के सामने अपने को देखना चाहते हैं उन लोगो को ये शो ज़रूर देखना चाहिए..खबरों की समझ और सबसे बड़ी बात ख़बर है क्या इसकी समझ जो आपको इस शो में मिले गी..
राजीव का लुक टीवी के लिये है ये कहना ग़लत नही होगा लुक के साथ टीवी में आपका अंदाज़ बहुत मायने रखता है ..इसमे बजाज को पूरे नम्बर मिलते हैं..
फिर जिस तरह वो खबर को उठाते हैं और एक मुकाम तक ले जाते है वो काबिले तारीफ है..टीवी में जब कोई खबरिया चैनल लगाता है तो खबर और पूरी खबर को जानना चाहता है ...जो आजकल उसे कोई चैनल परोस नही पा रहा ..राजीव शो को अच्छी तरह कैरी करते हैं...
पर प्रोडक्शन की तरफ शो में काफी कमी थी ..जो शायद वक्त के साथ सुधार ले ..नहीं तो जुड़ने वाले दर्शक नही जुड पाएगें.. हम दुआ करते है कि उबाऊ खबरों को खत्म करके टीवी में एक क्राति लाने के लिए कैसी खबरे लाई जाए और उन्हे कैसे पेश किया जाये इसके लिए आरकेबी शो आने वाले दिनों में ज़रूर माइल स्टोन बनेगा....हम राजीव और उनकी टीम को बधाई देते हैं...
Comments
shan