सलाम
शहीदों के नाम
पसीना मौत के माथे पे आया आईना लाओ
हम अपनी ज़िन्दगी की आखरी तस्वीर देखेगें।।
क्या जाने खयाल आ गया किस बात का हमको
रोके से जो रूकती नहीं अशकों की रवानी ।।
दमे आखिर भी उनका ये अहतराम हुआ ।
उठे न हाथ तो आंखों ही से सलाम हुआ ।।
फरेब खाते रहे एतबार करते रहे
खिज़ा भी आई तो ज़िक्र बहार करते रहे ।।
बहार में भी तलाशे बहार करते रहे ।
तमाम उम्र तेरा इंन्तज़ार करते रहे।।
..... सलाम ... आपको हमारा ...
पसीना मौत के माथे पे आया आईना लाओ
हम अपनी ज़िन्दगी की आखरी तस्वीर देखेगें।।
क्या जाने खयाल आ गया किस बात का हमको
रोके से जो रूकती नहीं अशकों की रवानी ।।
दमे आखिर भी उनका ये अहतराम हुआ ।
उठे न हाथ तो आंखों ही से सलाम हुआ ।।
फरेब खाते रहे एतबार करते रहे
खिज़ा भी आई तो ज़िक्र बहार करते रहे ।।
बहार में भी तलाशे बहार करते रहे ।
तमाम उम्र तेरा इंन्तज़ार करते रहे।।
..... सलाम ... आपको हमारा ...
Comments
उठे न हाथ तो आंखों ही से सलाम हुआ
bahut khoob.ye rachna pasand aai.